पूर्व सरपंच जगपाल सिंह बासी ने अपनी 11 फीट जमीन दरगाह पीर बाबा लालन वाले के लिए छोड़ी BY utrun / July 02, 2024 शिलान्यास हुआ, लंगर हॉल की सेवा भी पूरे परिवार ने स्वीकार की मुल्लांपुर दाखा, 2 जुलाई (कालिया) - आज के भौतिकवादी युग में इंसान इतना स्वार्थी हो गया है कि वह घर बनाने के लिए अपने भाई की भी हत्या कर देता है, इसके बदले में ऐसे भी दानी लोग हैं जो धार्मिक स्थान के लिए अपनी जमीन दान कर देते हैं परिवार ने रास्ता छोड़कर रास्ता बनाकर लंगर हॉल की सेवा भी स्वीकार कर ली है. इसका ताजा उदाहरण गांव बसियां ​​बेट के पूर्व सरपंच जगपाल सिंह बसी का है, जिन्होंने अपने खेत से महज 11 फुट का रास्ता छोड़कर दरगाह पीर बाबा लालां वाले की नींव रखी थी, जहां जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था रखा इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक समिति सदस्य जगपाल सिंह बस्सी की धर्मपत्नी पूर्व सरपंच बलवीर कौर बस्सी व उनके पुत्र परहत सिंह बस्सी ने भी दरगाह पर लंगर हाल बनाने की सेवा स्वीकार की, जिससे समस्त ग्रामवासी व श्रद्धालु खुश हैं. कोई ठिकाना नहीं. इस अवसर पर मुख्य सेवादार करणी बांगर, गुरमेल सिंह, रणधीर सिंह, पूर्व सरपंच चुहड़ सिंह, गुरुमीत सिंह पटवारी, अमर सिंह, सुरजीत सिंह, बेअंत सिंह बल्ल, प्रीतम सिंह बल्ल, रणजीत सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि डगराहा जाने के लिए हम कोई सड़क नहीं थी और हमें खेतों से होकर जाना पड़ता था और ग्रामीणों की पीर बाबाजी में बहुत आस्था है। जगपाल सिंह बसी और पूरे बसी परिवार ने 11 फुट की सड़क को छोड़कर खुद इसका शिलान्यास करके बहुत ही सराहनीय प्रयास किया है, जिसके हम सदैव ऋणी रहेंगे और उनके परिवार द्वारा दरगाह पर बनाया जाने वाला लंगर हॉल स्वर्णिम होगा । होगा यह कार्य दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। कैप्शन: जगपाल सिंह बसी, गुरमेल सिंह के साथ दरगाह के लिए रास्ता छोड़ते हुए और इसकी आधारशिला रखते हुए। सेवादार करणी बांगड़, गुरुमीत सिंह, रणधीर सिंह आदि ग्रामीण।

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