दवाओं की कीमतें तय करना केंद्र का विषय, राज्य सरकार ने रेट करने को लिखा पत्र BY utrun / February 22, 2023 चंडीगढ़/यूटर्न/21 फरवरी। पंजाब विधान सभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा दवाओं की अधिक कीमतों के कारण जनता की हो रही लूट को रोकने के लिए बुलाई गई अहम बैठक के दौरान फ़ैसला लिया गया कि पंजाब सरकार बेहद महँगी ग़ैर-सूचीबद्ध दवाओं की कीमतों को नियंत्रण अधीन लाने के लिए केंद्र सरकार को तुरंत पत्र लिखेगी। विधानसभा स्पीकर संधवां ने ज़ोर देकर कहा कि दवाओं की कीमतें तय करना केंद्र का विषय है और मौजूदा तंत्र में कानूनन मरीज़ों की लूट हो रही है और यह लूट ‘‘लाइसैंस्ड लूट’’ है। लोगों की ज़िंदगी से जुड़ा होने के कारण यह मुद्दा बड़ा ही संवेदनशील है, इस मुद्दे का तुरंत हल निकालना आज के समय की मुख्य ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर तुरंत ग़ौर करे और कानून में संशोधन कर मरीज़ों के साथ हो रही लूट को रोका जाए। बैठक के दौरान विभिन्न विधायकों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और चिकित्सकों एवं समाज सेवीं संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा अपने संबोधन के दौरान दवाओं की असल और एम.आर.पी. कीमतों में 90 प्रतिशत तक के अंतर को सबूतों समेत जग ज़ाहिर किया गया। इस मुद्दे पर बोलते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि सूचीबद्ध की गईं ज़िंदगी बचाने वाली 388 दवाओं की कीमतें नियंत्रण अधीन हैं, परन्तु हज़ारों की संख्या में मौजूद ग़ैर-सूचीबद्ध दवाओं की कीमतों में बहुत अंतर है, जिससे मरीज़ों की भारी लूट होती है। उन्होंने कहा कि फ़ार्मास्यूटीकल रिसर्च का क्षेत्र कारोबार से जुड़ा हुआ है और इसमें हमदर्दी नाम की कोई चीज़ मौजूद नहीं। परन्तु क्योंकि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और लोगों का मौलिक अधिकार है, इसलिए राज्य सरकार ग़ैर-सूचीबद्ध दवाओं की कीमतों पर नकेल कसने के लिए केंद्र सरकार को दो दिनों के अंदर-अंदर पत्र लिखेगी। उन्होंने बताया कि दवाओं की अधिक कीमतों या अन्य किसी किस्म के उल्लंघन के लिए ‘‘फ़ार्मा सही दाम’’ मोबाइल ऐप या हेल्पलाइन नंबर 1800-180-2412 पर रिपोर्ट की जा सकती है और ऐसे मामलों को सख़्ती से और सज़ा दिलाने तक निपटा जाएगा। -----

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