पुलिस लाइंस में लगाया स्तन कैंसर जागरूकता और जांच शिविर , सांसद संजीव अरोड़ा के चैरिटेबल ट्रस्ट का सराहनीय प्रयास

BY utrun / October 12, 2022
लुधियाना/यूटर्न/12 अक्तूबर। कृष्णा ब्रेस्ट कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बुधवार को दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पुलिस कमिश्नरेट लुधियाना व अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट के सहयोग से जागरुकता कार्यक्रम कराया गया। जो पुलिस लाइंस के कॉन्फ्रेंस हॉल में रखा गया। इस दौरान स्तन कैंसर जागरूकता और जांच शिविर आयोजित किया गया।
यहां गौरतलब है कि हर साल अक्टूबर महीने में ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। कृष्णा ब्रेस्ट कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट का यह कार्यक्रम उसी श्रंखला में कराया गया। जिसमें आप के राज्यसभा सदस्य व ट्रस्ट के संस्थापक संजीव अरोड़ा सांसद, पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा व ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर सौम्या मिश्रा विशिष्ट अतिथि रहे। वहीं डीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ.संदीप पुरी, डॉ.गुरप्रीत सिंह बराड़ हेड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ सुमन पुरी हेड स्त्री रोग विभाग,  डॉ.संध्या सूद सीनियर कंसलटेंट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी  सहित वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम ने स्तन कैंसर के विभिन्न पहलुओं पर बात की। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि स्तन कैंसर का इलाज संभव है, लेकिन यह तभी मुमकिन है, जब इसका शुरुआती चरण में पता चल जाए।
उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर की सेल्फ डिटेक्शन के टिप्स देके कहा कि वे इस बीमारी से न डरें, बल्कि खुद को जागरूक करें। महिलाओं को सेल्फ डिटेक्शन के अलावा नियमित रूप से स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टर के पास जाने की सलाह भी दी। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन महिलाओं के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास रहा है, उन्हें इसका खतरा अधिक होता है। इसलिए इन महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर हमेशा सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विलंब से पता चलने वाले स्तन कैंसर का इलाज करना बहुत मुश्किल है। अगर वे कैंसर के खतरे से बचना चाहते हैं तो अपनी जीवनशैली में बदलाव करें। 
उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को संतुलित आहार लेना चाहिए और फास्ट फूड से बचना चाहिए, वजन कम करना चाहिए, नियमित योग और व्यायाम करना चाहिए। सांसद संजीव अरोड़ा ने अपने माता-पिता की याद में 2005 में गठित इस ट्रस्ट के बारे में जानकारी देते याद किया कि इस घातक बीमारी का देर से पता चलने के कारण उनकी मां कृष्णा अरोड़ा कम उम्र में ही इस दुनिया से चली गई थीं। ट्रस्ट बनाने का मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक करना और इस बीमारी से पीड़ित गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज करना था। ट्रस्ट ने अब तक विभिन्न स्थानों पर विभिन्न शिविर लगाए हैं और 178 मरीजों का निशुल्क इलाज किया है। उपचार में यदि आवश्यक हो तो सर्जरी और सभी दवाएं भी शामिल हैं। उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी लोगों और मीडिया को इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता पैदा करने को कहा। स्तन कैंसर जागरूकता और जांच शिविर में पंजाब पुलिस की लगभग 200 महिला कर्मियों ने भाग लिया और डॉक्टरों द्वारा 100 महिला कर्मियों  की जांच की गई।

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